100 वीं स्थापना दिवस के मौके पर दुल्हन की तरह सजाया गया तोपचांची झील

गोमो/शुक्रवार को तोपचांची वाटर बोर्ड के 100 वीं वर्षगांठ के मौके पर झमाडा की तरफ से इसे दुल्हन की तरह सजाया गया।तोपचांची झील का स्थापना 15 नवंबर 1924 ई को तत्कालीन गवर्नर सर हेनरी व्हीलर के द्वारा किया गया था।तोपचांची झील तोपचांची के लिए एक अनमोल धरोहर है,जिसका देखरेख की जिम्मेदारी यहां की लोगों की बनती है।वहीं तोपचांची झील मित्रों के द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी केक काटकर व कैंडल जलाकर 100वीं वर्षगांठ मनाया गया।इस मौके पर समाजसेवी तुलसी महतो ने झील की दुर्दशा के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि को जिम्मेदार बताया।समाजसेवी सह शिक्षक सौरभ पाल ने कहा कि 100 वीं वर्षगांठ के मौके पर झमाडा के द्वारा झील को सजाया गया जिसे देखकर खुशी हुआ,झील के चारों ओर की सड़क मार्ग व प्रवेश मार्ग का मरम्मत हो जाता तो पर्यटकों के लिए सुविधाजनक होता।रविन्द्र कुमार महतो ने भी झील के खुबसुरती के लिए झारखंड सरकार से मांग किये।वहीं शिक्षक नागेश्वर महतो ने झारखण्ड स्थापना दिवस,धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्मदिवस एवं तोपचांची झील के स्थापना दिवस के मौके पर सभी को बधाई संदेश दिये।सेक्रेड हर्टस मिशन के प्राचार्य रविन्द्र महतो ने कहा की तोपचांची झील का सौंदर्यीकरण होता है पर्यटकों की संख्या में दिन ब दिन बढ़ोतरी होगा जिसका सबसे बड़ा लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा।तोपचांची झील में सुरक्षा के दृष्टि से पुलिस गश्ती भी बढाया जाना चाहिए। झरिया से आये बच्चियों व उनकी टीम ने भी तोपचांची झील के 100 वीं वर्षगांठ के मौके पर नृत्य प्रस्तुत किये एवं मतदाता जागरूकता अभियान प्रस्तुत किये।इससे पहले बिरसा मुंडा एवं सर हेनरी व्हीलर के तस्वीर पर माल्यार्पण किये।इस कार्यक्रम के पर तोपचांची झील मित्र के सदस्य सौरभ पाल,तुलसी महतो,रबिन्द्र कुमार महतो,नागेश्वर महतो,आशीष महतो,रविन्द्र महतो,संतोष ठाकुर,दीपक महतो,रिंकु महतो,सुमन मंडल आदि लोग मौजूद थे।

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